surat darpan
गुजरात में हिंदीवासी लोगों में सबसे अधिक यूपी-बिहार व म.प्र-झारखण्ड के लोग रहते हैं।परंतु इनके लिए कोई ऐसा अख़बार यहाँ नहीं था जिन्हें वे अपना सकें।फिर हमने इन प्रदेशो को ध्यान में रखते हुए सूरत दर्पण हिंदी सांध्य दैनिक के रूप में 6 अगस्त 2011 को अख़बार की शुरुआत की।
काफी संघर्ष के बाद जो सफलता मिलना शुरू हुआ जिसकी मैंने भी कल्पना नहीं की थी।प्रतिदिन बढ़ते सर्कुलेशन को देखते हुए इस अख़बार को सांध्य से मॉर्निग का अख़बार करना पड़ा।आज यह अख़बार यूपी-बिहार ,झारखण्ड के लोगो का मुख्य पत्र बन चुका है।हमारा प्रयास होता है कि जिन हिंदीवासी प्रदेशो के लोग यहाँ रह रहे हैं उनके प्रदेशो की छोटी-बड़ी खबरों को उन तक पहुचाना।हमारे अख़बार की विशेषता है कि हर पेज पर "गागर में सागर भरना"की तरह अनावश्यक बड़ी खबरों की जगह छोटो व जरुरी विशेष खबरे प्रकासित करना ।