किताबों में ज़िन्दगी बसती है और किताबें ज़िन्दगी देती हैं. इस बार समय पत्रिका में हम पढ़ेंगे ऐसी ही जिंदादिली से भरी कुछ बेहतरीन पुस्तकों की रोचक बातें. सचिन तेंदुलकर की आत्मकथा आपको बताती है कि चुनौतियां हर किसी के लिए समान हैं, जीत पाने के लिए उनसे मजबूती के साथ लड़ना पड़ता है. पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजेश पायलट की जीवनी रमा पायलट ने लिखी है. उन्होंने उनके व्यक्तित्व के कई अनजाने पहलुओं का बेबाकी से ज़िक्र किया है. गरीबी से संघर्ष कर शिखर तक पहुंचने की यह दास्तान हमें राजेश्वर प्रसाद के असली व्यक्तित्व से परिचित कराती है, तथा एक बड़ी सीख भी देती है. ज़मीन से जुड़ी कविताओं का आनंद लेना है तो दिनेश कुमार शुक्ल की कविताओं को पढ़ें. उनमें एक उम्मीद है और ज़िन्दगी की अधूरी ख्वाहिशों की बात भी. शुक्ल की पुस्तक ‘एक पेड़ छतनार’ की समीक्षा भी इस अंक में पढ़ें. वहीं अनुज खरे की पुस्तक ‘बेमतलब की बातें’ आपको समाज की वास्तविकता से व्यंगात्मक ढंग से रूबरू कराती हैं. साथ में पढ़ें नयी और चर्चित किताबों की चर्चा.
समय पत्रिका हिंदी की मासिक पत्रिका है.