चावल का खेत - हिरण्मई और भानुप्रिया की अनुभवी कहानी जब वो अपने घर के पास के खेत में खेलना चाहती हैं।
लड्डुओं की अदला-बदली - दिवाली का त्यौहार एकदम करीब था। गुड्डी बहुत खुश थी। इस कहानी में पढ़िए गुड्डी कैसे दिवाली को ख़ास बनाती है।
प्यार से सबको जीता जा सकता है - दीपक पाँचवी कक्षा में पढ़ता था। उसकी कक्षा में एक बच्चा था जिसका नाम रौशन था। यह दीपक और रौशन की कहानी है जिससे हम सब को सीख मिलती है।
मानवीय स्पर्श (भाग १) - यह कहानी है एक जामुन के पेड़ की, ख़ुद जामुन के पेड़ की ज़बानी।
बच्चों के लिए अनोखी, भारतीय और आधुनिक कहानियों का संग्रह, ८ से १० साल के बच्चों के लिए।