इस अंक में हमने कोरोना काल में लिखी गई एक ख़ास किताब की चर्चा की है। किताब का नाम है 'कोरोना जंग की सप्तपदी'। इसके लेखक हैं पं. विजय शंकर मेहता तथा किताब का संपादन अंशु हर्ष ने किया है। यह किताब कोरोना की लड़ाई को आध्यात्मिक तरीके से लड़ने के लिए प्रेरित करती है। रचना बिष्ट रावत ने भारतीय सेना पर कई किताबें लिखी हैं। उनकी हालिया किताब 'कारगिल' प्रकाशित हुई है जिसमें उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए जाबांजों की दास्तानें लिखी हैं। कारगिल किसी ऐसे युद्ध का लेखा-जोखा मात्र नहीं है, जिसे भारतीयों ने अपनी बैठकों में टेलीविजन के जरिए देखा। यह हमें उस बलिदान, प्रेम और यादों की कहानियों से भी परे ले जाता है, जिन्हें शहीदों के परिवारवालों, दोस्तों और रेजीमेंट्स ने पिछले बीस वर्षों से जीवित रखा हुआ है। समय पत्रिका के अंक में हमने सचिन देव शर्मा की किताब 'ल्हासा नहीं...लवासा' की चर्चा की है। यह किताब हमें यात्राओं के दौरान के रोमांचक अनुभव महसूस कराती है। बेस्टसेलर लेखक अशोक कुमार पांडेय की ख़ास किताबों की भी चर्चा की गई है। उनकी नई किताब 'उसने गांधी को क्यों मारा' आजकल चर्चा का विषय है और अमेज़न बेस्टसेलर सूची में सर्वाधिक पढ़ी जा रही किताबों में शामिल है। मशहूर चित्रकार पाब्लो पिकासो पर एक नई किताब आई है। पिकासो के निजि और सार्वजनिक जीवन से रुबरु होने का यह एक खूबसूरत सफरनामा है।
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