यह अंक इसलिए अधिक ख़ास है क्योंकि इसमें दो चर्चित लेखकों के साक्षात्कार प्रकाशित हुए हैं। ब्रजेश राजपूत और निशांत जैन दोनों ही उत्कृष्ट लेखक हैं। दोनों की ही किताबें बेस्टसेलर हैं। एक राजनीति पर मजबूत पकड़ के चलते पाठकों को प्रभावित करते हैं, दूसरे युवाओं को सफलता के लिए प्रेरित करते हैं। ब्रजेश की हाल में आई किताब 'वो 17 दिन' मध्यप्रदेश की राजनीतिक हलचल पर आधारित है जिसमें कमलनाथ सरकार के गिरने और शिवराज सरकार के बनने की कहानी है। साथ ही वह ड्रामा और एक्शन है जिसे ब्रजेश राजपूत ने गहन छानबीन आदि के बाद तैयार किया है। वह अनसुनी कहानियां जो आम आदमी को बिल्कुल पता नहीं कि सत्ता का खेल भीतर से कैसा दिखता है! निशांत ने हिन्दी पट्टी के युवाओं को केन्द्र में रखकर 'रुक जाना नहीं..' शीर्षक से एक ख़ास किताब लिखी है जो बिक्री के मामले में बहुत आगे है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे युवाओं को लेखक ने बेजोड़ मंत्र दिए हैं जिन्हें वे तमाम ज़िन्दगी याद रखेंगे। समय पत्रिका के इस अंक में आप अमीश त्रिपाठी की किताबों के बारे में जानेंगे। वहीं मेलिंडा गेट्स की महिलाओं के सशिक्तकरण की मुहिम पर आधारित उनकी नई किताब पर ख़ास चर्चा की गई है। हाशिमपुरा कांड पर लिखी पुस्तक की ख़ास बातें भी पढ़ें। साथ में नई किताबों की चर्चा.
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