हारने में भी जीत है - दो भाई-बहन थे – पूर्ण और पूर्णिमा। पूर्णिमा ४ साल की थी और पूर्ण ७ साल का था। इन दोनों को एक-दूसरे से बहुत प्रेम था। एक दिन उनकी कॉलोनी में रंगोली की प्रतियोगिता हुई। इन दोनों भाई-बहिन ने भी इसमें भाग लिया। शेर और चूहा - पंचतंत्र की कहानी। रूठे अंशु - अंशु के दादा दादी उसको घुमाने ले जाते हैं। मिर्ची वाला तोता - टॉम बिलाव की मज़ेदार कहानी।
बच्चों के लिए अनोखी, भारतीय और आधुनिक कहानियों का संग्रह, ५ से ७ साल के बच्चों के लिए।