जयपोर पत्रिका के इस अंक में कहानी, कविता के साथ-साथ आप पढ़ेंगे ज्वलंत मुद्दों पर लेख जो आपकी दृष्टि और नजरिये दोनों का विस्तार करेंगे।
जयपोर पत्रिका अपने कुछ स्तम्भ, कुछ आदर्शों पर आधारित है। ये आदर्श विनय, विवाद और साहित्य है। पत्रिका अपने सभी पाठकों को धन्यवाद करती है जिन्होंने पत्रिका को अपना प्यार दिया तथा अपने सभी लेखकों का भी हृदय से आभार प्रकट करती है जिन्होंने अपने विचारों से पत्रिका को सींचा।