The cover story of this issue of Navotthan is written on Nath Panth. There are great articles written on "Shilp Utsav" in Surajkund, special dialogue with famous sculptor and painter Prasad Pawar, famous poet Nirala and Pandit Deendayal Upadhyaya. Kashi has been introduced to the readers through the canvas. The articles on festivals and theater are great to read. नवोत्थान के फरवरी-2018 अंक की आवरण कथा नाथ पंथ पर लिखी गई है। सूरजकुंड में शिल्प उत्सव, अजंता की कलाकृतियों को उकेरनेवाले प्रसिद्ध चित्रकार और मूर्तिकार प्रसाद पवार से खास बातचीत, मशहूर कवि निराला, पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर लिखे गए लेख पठनीय हैं। कैनवास के माध्यम से काशी को पाठकों से परिचित कराया गया है। साथ ही साथ इस अंक में पर्व और रंगमंच पर भी लेख पठनीय हैं।
भारत की पहली एवं एकमात्र बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के बैनर तले प्रकाशित होनेवाली मासिक पत्रिका नवोत्थान की पूरी प्रकृति सांस्कृतिक है। पत्रिका की 2-3 स्टोरी ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य की होती है। नवोत्थान देशभर में प्रकाशित होनेवाली अपनी तरह की अकेली पत्रिका है। पत्रिका के लेख चर्चित लेखकों एवं विशेषज्ञों द्वारा लिखे जाते रहे हैं, जो सुधी पाठकों के बीच काफी सराहनीय हैं। Navotthan is a purely cultural magazine published under the banner of India's first and only multilingual news agency, Hindusthan Samachar. Some stories in the magazine are of historical perspective. Navotthan is the only magazine of its kind to be published across the country. The articles in the magazine are written by well-known writers and experts.