नवोत्थान के दिसंबर-2018 का अंक आस्था से ओत-प्रोत है। इस बार पत्रिका की कवर स्टोरी कुंभ मेला है। अगर आप इस बार कुंभ मेला में जाने को इच्छुक हैं या कुंभ मेला की परंपरा को करीब से जानना-समझना चाहते हैं तो कवर स्टोरी काफी मददगार साबित हो सकती है। कुंभ मेला में कल्पवास के क्या-क्या लाभ हो सकते हैं, सरकार द्वार क्या व्यवस्था की गई है और इसके सिवा काफी कुछ है इस लेख में। साथ ही में धरोहर शीर्षक से एक लेख छपा है, जो पठनीय है। पत्रिका में व्यक्तित्व, साहित्य और सिनेमा शीर्षक से संबंधित लेख भी आपसे आत्मीय लगाव स्थापित करते हैं। This issue of Navotthan is filled with religious faith. The cover story of this edition is Kumbh Mela. If you are interested in going to the Kumbh Mela or want to know about the tradition of Kumbh Mela, then the cover story will be very helpful. You will find about the benefits of Kalpavas in the Kumbh Mela, arrangements made by the government and much more. There is also an article with “Dharohar” (Heritage) title, which is great to read. Articles related to personality, literature and cinema titles establish a soulful connection with you.
भारत की पहली एवं एकमात्र बहुभाषी न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार के बैनर तले प्रकाशित होनेवाली मासिक पत्रिका नवोत्थान की पूरी प्रकृति सांस्कृतिक है। पत्रिका की 2-3 स्टोरी ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य की होती है। नवोत्थान देशभर में प्रकाशित होनेवाली अपनी तरह की अकेली पत्रिका है। पत्रिका के लेख चर्चित लेखकों एवं विशेषज्ञों द्वारा लिखे जाते रहे हैं, जो सुधी पाठकों के बीच काफी सराहनीय हैं। Navotthan is a purely cultural magazine published under the banner of India's first and only multilingual news agency, Hindusthan Samachar. Some stories in the magazine are of historical perspective. Navotthan is the only magazine of its kind to be published across the country. The articles in the magazine are written by well-known writers and experts.