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Yathavat (यथावत)
Yathavat (यथावत)

Yathavat (यथावत)

By: HS
40.00

Single Issue

75.00

1 Month

210.00

3 Months

395.00

6 Months

695.00

12 Months

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12 Months

  • Yathavat 16th-30th November 2018
  • Price : 40.00
  • HS
  • Language - Hindi
  • Published fortnightly

About this issue

The cover story of this issue of Yathavat is about the nexus between land mafia and Kejriwal government in Delhi. Based on documents, it has been alleged that the Kejriwal government is occupying village lands. There is an excellent article on Rahul Gandhi and Raphael deal, which explains how Rahul is confused about the cost of Rafael. A report has also been published about upcoming assembly elections. There has been a fine, accurate and spectacular analysis on Ram Mandir. Kahat Kabir and Batras is there in every issue of Yathavat. यथावत के 16-30 नवंबर के अंक की कवर स्टोरी है ‘भूमाफियाओं के खेल में केजरीवाल’ सरकार। इस स्टोरी में दस्तावेजों के आधार पर ये आरोप लगाया गया है कि केजरीवाल सरकार गांवों की जमीन पर कब्जा कर रही है। इस बार के अंक में राहुल गांधी और राफेल सौदा पर भी बेहतरीन लेख है, जिसमें बताया गया है कि किस तरह से राफेल की कीमत को लेकर राहुल कन्फ्यूज हैं। राज्यों के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है। राम मंदिर पर सूक्ष्म, सटीक और शानदार विश्लेषण किया गया है। कहत कबीर, बतरस यथावत के हर अंक में पढ़ने को मिलते हैं।

About Yathavat (यथावत)

The fortnightly magazine is quite popular among the readers because of its great articles. This magazine is a compilation of political, social, economic and religious articles. In spite of the intense reach of digital media, there are two or three articles in each issue, which continue to be relevant to the readers. Magazine is very popular because of “Kahat Kabir” and “Batras” titles. You will find Pahal, Kavita, book review, science and health related issues in the magazine which are generally not found elsewhere. पाक्षिक पत्रिका यथावत अपने लेखों के कारण सुधी पाठकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इस पत्रिका में राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक लेखों का शानदार संकलन है। डिजिटल मीडिया के तीव्रगामी पहुंच के बावजूद पत्रिका के दो-तीन लेख ऐसे होते हैं, जिसकी प्रासंगिकता पाठकों के लिए बनी रहती है, क्योंकि ये लेख अपनी दूरदर्शिता के कारण पसंद किये जाते हैं। कहत कबीर और बतरस के कारण पत्रिका खासी लोकप्रिय है। पहल, कविता, पुस्तक समीक्षा,विज्ञान और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर भी पत्रिका में लेख पढ़ने को मिलते हैं, जो अन्यत्र नहीं मिलते।