"ये इश्क नहीं आसान, बस इतना समझ लीजिए कि एक आग का दरिया है और डूब के जाना है" गौरव माथुर ने अपनी ज़िन्दगी अपनी ही शर्तों पर जी है । मोहब्बत की ताक़त से अनजान उसकी मुलाकात होती है बेनज़ीर खान से । बेनज़ीर खान, पेशे से गायिका, लेकिन निजी तौर पर एक तन्हा अकेली इन्सान जिसे इस दुनिया से कोई मतलब नहीं । उसके मन में दुख और नफरत के सिवा कुछ नहीं । जब दोनों मिलते हैं तब गौरव को एहसास होता है कि उसकी ज़िन्दगी के उलझे हुए पन्ने अब इश्क की आँधी ही सुलझा सकती है । बेनज़ीर के इश्क की आँधी । लेकिन बेनज़ीर को पाने का एक ही रास्ता है.....
ज़िक्र एक सूफ़ी शब्द है और इसका अर्थ होता है याद करना। ये ड्रामा-थ्रिलर एक मल्टी वोल्यूम कहानी है। ये कहानी है एक ऐसे शख़्स की जो अपने प्यार को पाने के लिए एक ऐसे रास्ते पर चला जाता है जहाँ कदम कदम पर उसे नए दुश्मन, नई चुनौतियां मिलते हैं।