21वीं सदी में शिष्टता के पैमाने बदल गए हैं। पहले सेलफोन, ई-मेल, इंटरनेट, सोशल मीडिया और वीडियो इत्यादि कुछ नहीं थे। जिंदगी की रफ्रतार आज के माहौल से लगभग कई गुना सुस्त थी। सगे संबंधियों का हालचाल जानने के लिए पत्रव्यवहार होता था। व्यक्तिगत रूप से एकदूसरे से मिलने जाते थे। वहीं भेंट होने पर आपसी शिष्टता का परिचय होता था।लेकिन आज आप को हर पल किसी न किसी रूप में नईनई शिष्टताओं से बंधना पड़ सकता है। चाहे आप घर पर हों या बाजार/माल में या मेट्रो या हवाईजहाज में, हर जगह नए नए ढंग से पेश आना पड़ता है। अब तो विदेशों में अधिक भ्रमण के कारण वहां की शिष्टता को भी निभाने की आवश्यकता होती है।यहां ऐसे ही लेखों का संकलन प्रस्तुत किया जा रहा है। कुछ लेख महिलाओं को संबोधित कर के लिखे गए पर वे भी पुरुषों पर लागू होते हैं। इसलिए सभी के लिए उपयोगी हैं।