प्रस्तुत पुस्तक ‘प्रसादी कमण्डल’ 12 मनोवैज्ञानिक कहानियों का संग्रह है। जिसमें लेखिका कमला चैधरी ने रोजमर्रा के पारिवारिक जीवन को बहुत ही अच्छे ढंग से चित्रित किया है। ये कहानियां आधुनिक एवं दार्शनिक है जिसमें रिश्तों की उलझनें, कुंठा, प्रीति, पारिवारिक उथल-पुथल का मनोविश्लेषण हुआ है। कुल मिलाकर इन कहानियों में वक्त की मार, जमाने की रफ्तार तथा जिन्दगी के उतार-चढ़ाव को बखूबी प्रस्तुत किया गया है।