‘बेलपत्र’ शीर्षक ‘श्रीमती कमला चैधरी’ की तीन श्रेष्ठतम कहानियों का संग्रह है। ये कहानियां उनकी विभिन्न शैलियों की प्रतिनिधि हैं। ‘अधूरा चित्र’ में पूर्वीय संस्कृति की अन्तर्चेतना, नारी की वेदना तथा सीता के चरित्र का मार्मिक चित्रण है। ‘स्वप्न’ नामक कहानी में सामाजिक रूढ़िवादिता की समस्या, पति-पत्नी के संबन्ध में भावुकता तथा आदर्शवादिता के अंश को बखूबी चित्रित किया गया है। अन्तिम कहानी ‘हार’ में लेखिका ने ‘नारीत्व’ जो नारी में न जाने अंतर्मन के किस कोने में पड़ा है। अतः ‘बेलपत्र’ हिन्दी प्रकाशन क्षेत्र में कथाकृतियों को एक अभिनव प्रणाली में प्रस्तुत करने का अनूठा प्रयोग है।