आज हमारे समाज में रेप जैसे शर्मनाक जुर्म को बढ़ता देख हम सब का मन बहुत दुखी हो जाता है । फिर समाज की दुहाई दे कर उन लाचार और बेबस लड़कियों पर एक और जुर्म तब कर दिया जाता है .. जब उनकी शादी उससे ही कर दी जाती है.. जिन्होंने उन के अरमानों और ख्वाबों को चकनाचूर कर दिया है..!! और फिर इस समाज के दकियानूसी विचारों के आगे अपने आप को बेबस समझकर अपनी जिंदगी के साथ समझौता कर लेती हैं ..!! मैं अपनी इस नोवेल टाइटल मेरे आंसुओं को जुबान दे दो. . के द्वारा इस दकियानूसी विचारों को उजागर करना चाहती हूं जिसकी वजह से वह मज़लूम जो एक बार मर चुकी है वह बार-बार ना मारी जा सके धन्यवाद !!!