विकेश कुमार बडोला की यह दूसरी पुस्तक है। इससे पहले उनकी एक संस्मरण पुस्तक ‘‘अन्धेरे उजालों के बीच’’ प्रकाशित हो चुकी है। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में सम-सामयिक आलेख लिखने, अपने हिन्दी ब्लॉग ‘‘हरिहर” के माध्यम से लेखन में सक्रिय रहने के अलावा भी लेखक साहित्य सृजन में रत् हैं। प्रस्तुत पुस्तक ‘‘एक गांव में चांदनी रात में’’ में लेखक की कविताएं, गीत, गजल, एकांकी, संस्मरण और कुछ उक्तियां संग्रहीत हैं।