यदि आपको व्यापार - व्यवसाय, धन-मान और पद-प्रतिष्ठा आदि कुछ भी चाहिए तो इन्हें पाने के लिए एक मुख्य लक्ष्य बनाना पड़ेगा । यही होगा आपका लक्ष्य जिन्दगी का!
जिंदगी के मुख्य लक्ष्य को छोटे-छोटे लक्ष्यों में बांटकर, जैसे पहले स्कूल, फिर कॉलेज और आगे तकनीकी शिक्षा का लक्ष्य हासिल करते हुए आप उच्च कोटि के डॉक्टर, इंजीनियर, उद्योगपति, प्रोफ़ेसर,वैज्ञानिक और प्रशासनिक अधिकारी ही नहीं, बल्कि मनोवांछित पद प्राप्त कर सकते हैं।
जिंदगी का मुख्य लक्ष्य कैसे बनाए और इसे लघु लक्ष्यों में बांटकर कैसे सफलता हासिल करे, यही प्रखर विचारक एवं प्रेरक वक्ता सुभाष लखोटिया ने प्रस्तुत पुस्तक "लक्ष्य जिंदगी का" में तथ्यपूर्ण ढंग से सरल भाषा में समझाया हैं।