डॉ. नरेश उर्दू साहित्य के सम्मानित हस्ताक्षर हैं। उनकी शायरी में जीवन तथा जगत् संबंधी उनका विशद ज्ञान एवं गहन अनुभव मुखरित होता है, जो अनायास ही पाठक या श्रोता के दिल को छू लेता है। डॉ. नरेश की अब तक विभिन्न भाषाओं में 75 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे दर्जनों राज्य, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। वे कवि हैं, कथाकार हैं, उपन्यासकार हैं, आलोचक हैं और एक मनीषी के रूप में उनकी छवि सर्वत्र व्याप्त है। प्रस्तुत संग्रह उनके लोकप्रिय उर्दू ग़ज़ल—संग्रह ज़िन्दगी—ऐ—ज़िन्दगी’ का नागरी लिप्यंतरण है, जिसमें पाठक की सुविधा के लिए कठिन शब्दों के अर्थ भी दिए गए हैं।