मैं प्रिय प्रणव गोस्वामी की कविताओं और उनकी शायरी से बहुत परिचित हूँ। उनकी गजलों में भरपूर शेरियत है, जो उनकी गजलों को एक नए दर्द का एहसास कराने में समर्थ होती है। उनकी शायरी जीवन जगत के अनेक पक्षों का उद्घाटन बड़े कलात्मक ढंग से करती है और हृदय की गहराइयों में बहुत दूर तक प्रवेश कर जाती है। उनके कुछ शेर सहजता से होठों पर बैठ जाते हैं और उन्हें गुनगुनाने के लिए हमको विवश करते हैं। वे एक अच्छे शायर ही नहीं एक अच्छे इंसान भी हैं और उनकी इंसानियत सर्वधार्म संम्भाव में विश्वास करती है।