उर्दू शायरी में किसी शख्स का नाम सबसे ज्यादा लिया जाता हैं तो वह हैं मिर्जा गालिब। मिर्जा गालिब मुगल शासन के दौरान गज़ल गायक, शायर हुआ करते थे। उर्दू भाषा के फनकार और शायर मिर्जा गालिब का नाम आज भी बड़े अदब से लिया जाता हैं। उनके द्वारा लिखी गई ग़ज़लें और शायरी आज भी युवाओं और प्रेमी जोड़ों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। मिर्जा गालिब की शायरी बेहद ही आसान और कुछ पंक्तियों में हुआ करती थी, जिसके कारण यह जन-मन में पहुँच गयी। हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पर दम निकले बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले।