पुस्तक में स्वच्छता और पर्यावरण से जुड़े इन्हीं मुद्दों को विस्तारपूर्वक उठाने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक वास्तव में महत्वपूर्ण भी है और आवश्यक भी। जाने-माने लेखक और चिंतक पंकज के. सिंह इस पुस्तक के माध्यम से देश के नागरिकों का ध्यान स्वच्छता जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण एवं प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से जुड़े विषय की ओर आकृष्ट कर रहे हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि आज भारत गंभीर रूप से गंदगी और प्रदूषण का शिकार है। देश को स्वच्छ बनाने का दायित्व देश में रहने वाले प्रत्येक नागरिक का है। यह पुस्तक हमें बता रही है कि देश में रहने वाले प्रत्येक बच्चे, बुजुर्ग, महिला एवं पुरुष सभी को देश को स्वच्छ बनाने के महानतम यज्ञ में अपने कर्मयोग और अनुशासन की आंच में तपाकर देश को गंदा करने वाली आदतों और अदूरदर्शी सोच की निरंतर आहुति देनी होगी। यदि भारत स्वच्छ होगा, तो इसके नागरिकों के जीवन में सहज रूप में समृद्धि, खुशहाली और संतुष्टि आनी शुरू हो जाएगी। इससे देश के वित्तीय एवं मानव संसाधनों की भी बचत होगी, जिससे राष्ट्र निर्माण में गति और समाज में स्थिरता और समृद्धि आएगी|