इस पुस्तक को पढ़ने से आप में भी अपनी स्मरण-शक्ति को विकसित करने का भाव जाग जाए पर ध्यान रहे, केवल आकांक्षा से ही स्मरण-शक्ति का विकास नहीं होगा । आपको विधिवत् रूप से इस पुस्तक में दी गयी तकनीकों और सिद्धांतों को पढ़कर सक्रिय रूप से उनका अनुपालन करना होगा । यह हो सकता है कि इसके लिए समय और स्थान आप अपनी सुविधा से चुन लें।