यह किताब न केवल करदाताओं के लिए बल्कि चार्टेड एकाउंटेंट और टैक्स सलाहकारों को पूंजीगत लाभ के विभिन्न कराधान छूट के विभिन्न पहलुओं की जानकारी देने में सक्षम व उपयोगी हो सकती है । यह पुस्तक उन सभी लोगों जो पूंजीगत लाभ के संबंध में भूमि, इमारत, शेयर, आभूषण इकाइयों, मुआवजों रसीदों, किरायेदारी के अधिकारों का आत्मसमर्पण, साख आदि रखते हैं, के लिए बेहद लाभप्रद साबित होगी । पूंजीगत लाभ से संबंधित विशिष्ट परिस्थितियों में उपलब्ध छूट के विभिन्न प्रकारों की भी विस्तारपूर्वक चर्चा की गई है।