प्रस्तुत संकलन का काव्य-शिल्प और सतत स्वगत-संवाद एवं संस्मृति-शैली अपने आप में अनूठे प्रयोग हैं। यात्रा-वृत्त की भांति यादों की पुनरावृत्ति में संस्मृतियां, मुक्तकों की एक नई विधा की बानगी प्रस्तुत करते हैं। प्रत्येक मुक्तक में मुक्ता की आब है। इस संग्रह में प्रेम ही गगन है, धारा और क्षितिज है, और प्रेम ही प्यार और ज़िन्दगी की अबूझ उलझी हुई पहेली है