प्रेमचंद की प्रत्येक कहानी मानव-मन के अनेक दृश्यों चेतना के अनेक छोरों सामाजिक कुरीतियों तथा आर्थिक उत्पीड़न के विविध आयामों को अपनी संपूर्ण कलात्मकता के साथ अनावृत्त करती है । कफन, नमक का दारोगा, शतरंज के खिलाड़ी, वासना की कड़ियाँ, दुनिया का सबसे अनमोल रतन आदि, सैकड़ों रचनाएँ ऐसी हैं जो विचार और अनुभूति दोनों स्तरों पर पाठकों को आज भी आंदोलित करती हैं । वे एक कालजयी रचनाकार की मानवीय गरिमा के पक्ष में दी गई उद्घोषणाएँ हैं । समाज के दलित वर्गों आर्थिक और सामाजिक यंत्रणा के शिकार मनुष्यों के अधिकारों के लिए जूझती मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियाँ हमारे साहित्य की सबलतम निधि हैं ।