logo

Get Latest Updates

Stay updated with our instant notification.

logo
logo
account_circle Login
Pramod Bharti Ki 21 Shresth Kahaniyan : प्रमोद भारती की 21 श्रेष्ठ कहानियां
Pramod Bharti Ki 21 Shresth Kahaniyan : प्रमोद भारती की 21 श्रेष्ठ कहानियां

Pramod Bharti Ki 21 Shresth Kahaniyan : प्रमोद भारती की 21 श्रेष्ठ कहानियां

By: Diamond Books
110.00

Single Issue

110.00

Single Issue

  • Wed Oct 26, 2016
  • Price : 110.00
  • Diamond Books
  • Language - Hindi

About Pramod Bharti Ki 21 Shresth Kahaniyan : प्रमोद भारती की 21 श्रेष्ठ कहानियां

भारत के हिंदी के श्रेष्ठ कथाकारों की 21 श्रेष्ठ कहानियां, लेखक ने स्वयं चुन कर दी हैं। इस शृंखला में हिंदी के सभी प्रसिद्ध लेखकों की रचनाएँ छापी गई हैं। कहानियों के ये संकलन लेखक की भाषा, भावना और साहित्य को स्थापित करता है। इस पुस्तक में कुछ कहानियां विशिष्ट हैं जिनके सम्बंध में कुछ इंगित करना आवश्यक हो जाता है; कुछ न कहने पर हो सकता है कि कुछ पाठक कहानियों के अभीष्ट को चूक जाएं। पहली कहानी ‘एक थी नीलोफर’ है। यह एक प्रतीकात्मक कहानी है क्योंकि भूतनाथ चैतन्य का प्रतीक है और नीलोफर आकाश की आत्मा है। जैसे ही हम बाह्य-जगत का प्रथमतः साक्षात्कार करते हैं हमें पांच तत्त्व दिखाई देते हैं‒पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश। जिस ठोस सतह पर हम खड़े हैं वह पृथ्वी है, समुद्र-नदी-तालाब-झरने इत्यादि जल तत्त्व हैं; सूरज-चांद-तारे इत्यादि अग्नि तत्त्व हैं; हमारी सांस के साथ जो भीतर-बाहर आवागमन करता है वह वायु है तथा जिसमें पुद्गल और आकाशीय पिण्ड अवस्थित हैं वह आकाश है। ये सभी मिलकर बाह्य-जगत को बनाते हैं और इनके अतिरिक्त अन्य कोई भी तत्त्व वहां उपस्थित नहीं है। इसीलिए ज्ञानियों ने जगत को एक पांच तत्त्व का पिंजरा बताया है और जीवात्मा को एक पक्षी बताया है।