बेकल उत्साही समकालीन उर्दू शायरी के बेहद लोकप्रिय और चर्चित शायर हैं । भारतीय संस्कृति में रची-बसी और विशेष रूप से गाँव के आंचलिक परिवेश में ढली उनकी शायरी अपनी भाषा की सादगी के कारण भी आम भारतीय पाठकों और श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करती हुई, अपनी ओर आकर्षित करती है । शायद इसीलिए हिन्दी काव्य-मंचों पर भी उन्हें उतना ही आदर और सम्मान प्राप्त है, जितना मुशायरों में । बेकल उत्साही की दिलकश ग़ज़लों का श्रेष्ठतम और संग्रहणीय संकलन