हिंदी-कहानी ने अपने विकास के अनेक सोपान चढ़े हैं और आज वह विश्व-कहानी में अपनी सार्थक पहचान बना चुकी है।
हिंदी-कहानी से, विशेषकर हिंदी-कहानीकारों की चुनी हुई और श्रेष्ठ कहानियों से, परिचित कराने के उद्देश्य से प्रत्येक कहानीकार की इक्कीस कहानियों के प्रकाशन की यह योजना निश्चित ही महत्त्वपूर्ण है।
अब आपके और संगृहीत कहानियों के बीच व्यवधान न बनते हुए प्रस्तुत हैं- श्री कृष्ण राघव की इक्कीस श्रेष्ठ कहानियाँ।