जब कोई भी व्यत्तिफ़ गुरु गोविंद सिंह जी का नाम सुनता है तो उसके मन में सिर्फ एक ही व्याख्या आती है संत-सिपाही। शौर्य और साहस के प्रतीक गुरु गोविंद सिंह जी का जन्म 22 दिसंबर, 1666 को बिहार के पटना में हुआ। उनके बचपन का नाम गोविंद राय था और वे दसवें सिख गुरु थे। एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ वे एक निर्भयी योद्धा, कवि और दार्शनिक भी थे। जब उनके पिता, गुरु तेग बहादुर सिंह जी ने इस्लाम में परिवर्तित होने से इनकार कर दिया, तो उनका सिर काट दिया गया। तब 9 वर्ष के गुरु गोविंद सिंह को औपचारिक रूप से सिक्खों के गुरु के रूप में स्थापित किया गया।