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Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी)
Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी)

Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी)

By: Diamond Books
15.00

Single Issue

15.00

Single Issue

  • Fri Nov 22, 2019
  • Price : 15.00
  • Diamond Books
  • Language - Hindi

About Jeevani : Guru Amar Das Ji - (जीवनी - गुरु अमर दास जी)

मध्यकालीन भारतीय समाज ‘सामंतवादी समाज’ होने के कारण अनेक सामाजिक बुराइयों से ग्रस्त था। उस समय जाति-प्रथा, ऊंच-नीच, कन्या-हत्या, सती-प्रथा जैसी अनेक बुराइयां समाज में प्रचलित थीं। ये बुराइयां समाज के स्वस्थ विकास में अवरोध बनकर खड़ी थीं। ऐसे कठिन समय में गुरु अमरदास जी ने इन सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध बड़ा प्रभावशाली आंदोलन चलाया। जाति-प्रथा एवं ऊंच-नीच को समाप्त करने के लिए गुरु जी ने लंगर प्रथा को और सशत्तफ़ किया। उस जमाने में भोजन करने के लिए जातियों के अनुसार ‘पांतें’ लगा करती थीं, लेकिन गुरु जी ने सभी के लिए एक ही पंगत में बैठकर ‘लंगर छकना’ (भोजन करना) अनिवार्य कर दिया।