जीवन संघर्ष में हमारे सामने कदम-कदम पर चुनौतियाँ आती हैं। जो इन चुनौतियों से डर गया या इनसे हार गया वह जीवन की दौड़ में कभी आगे नहीं निकल पाता। जीवन की दौड़ बहुत लम्बी होती है। इसका मुकाबला करने का साहस जुटाने और फिर उस पर जीत हासिल करने में ही जीवन की सार्थकता है। यह पुस्तक आपको इसी जीत के लिए प्रेरणाशक्ति प्रदान करती है और कहती है- "जीत सको तो जीत लो!"