आधुनिक उर्दू शायरी को नया रंग-रूप प्रदान करने में जिन पाकिस्तानी शायरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, उनमें तौसीफ़ तबस्सुम का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। आम बोल-चाल की शब्दावली से अपनी अनुभूतियों को अभिव्यक्ति देने और उसे साधारण जन की आवाज़ बना देने वाले तौसीफ़ तबस्सुम मुख्यतः ग़ज़ल के शायर हैं।