ओशो रचित ध्यान विध्यिों से मनुष्य, तनाव से मुक्त तो होगा ही, उसका एक और आयाम भी है कि ध्यान ऊर्जा द्वारा स्पर्श चिकित्सा भी कर सकते है। आप अपने आपको व किसी अन्य मित्र को ऊर्जा देकर शरीर को रोग मुक्त कर तन्दरूस्त व स्वस्थ रखने में सहायता कर सकते हैं।
क्रोध की ऊर्जा का रूपान्तरण कर आप प्रेमपूर्वक कलह रहित परिवार में रह सकते हैं तथा चेतना का विकास भी कर सकते हैं।
ध्यान ऊर्जा द्वारा स्पर्श चिकित्सा सहज व सरल है। इसे सीखने के लिए जाति व धर्म परिवर्तन की आवश्यकता नहीं। किसी प्रकार की गुरु दीक्षा की भी आवश्यकता नहीं है।