इस किताब को पढ़ते हुए आपको स्पष्ट रूप से महसूस होगा की लेखक ने हास्य व्यंग के माध्यम से हमारी चेतना को छेड़ने का प्रयास किया हैं| उन्होंने रोज़मर्रा की जिंदगी में पेश आने वाली विसंगतियों और विडंबनाओं का मानो चित्र ही उकेर दिया हो| इस पुस्तक में आप भारत के आम आदमी की तकलीफों, सुख-दुःख का लेखक की आपकी ही विशिष्ट शैली में साक्षात्कार कर पाएंगे|