यह पुस्तक किस के लिए है: उनके लिए है, जो अपनी सोच को बदलकर सपने साकार करना चाहते हैं। क्योंकि सोच के बदलते ही मनुष्य के इरादे बुलंद हो जाते हैं और उसका मस्तिष्क इतना विकसित हो जाता है कि वह हकीकत में चमत्कार करने लगता है। इसलिए मैंने इस सिद्धांत को अपनी पुस्तक का मूल विषय बनाया और लिख दी नई पुस्तक:-
‘बुलंद इरादों से सपने सच करें’
लेकिन सफलता आपको सपने देखने से नहीं मिलेगी, बल्कि सफलता मिलेगी कुछ कर गुजरने के जुनून से आगे बढ़ने की चाहत से ऊपर उठने की तमन्ना से और किताब में लिखे सिद्धांतों से।
कैसे करेगी यह पुस्तक चमत्कार: यह आपको प्रेरित करेगी कुछ नया करने के लिए, कभी न हार मानने के लिए, समस्याओं को सुलझाने के लिए, खुद पर यकीन करने के लिए, आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए, नेतृत्व करने के लिए, शिखर पर पहुंचने के लिए। फिर आप चमत्कार कर सकते हैं