चेतना के विकास पथ पर मनुष्य जीवन प्राप्त होना एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण पड़ाव है। ईश्वर की असीम कृपा से यह महायोग प्राप्त होता हे तुम अपने इस जीवन में सद्गुरु से संयुक्त होकर तीन गुणों कर के शिखर पर चढ़ जाओ और अपनी महाचेतना को जमा कर अनमोल हो जाओ।
यह महाचेतना जगेगी इस पुस्तक में दिये गये सत्य और अनुभव से परिपूर्ण सूक्ष्म विचारों को अपनाने से । ज्ञान से बनता है विचार और विचार से बनता है जीवन । यहाँ एक सूक्ष्म स्तर का परिवर्तन है। जिससे तुम्हारा जीवन पायेगा 'अनमोल कीमत'।
इसी शुभेच्छा से यह पुस्तक सद्गुरु और ऋषि-मुनियों की परंपरा को समर्पित है और आपके हाथों में है।