समय-समय पर परमपिता परमात्मा ने पृथ्वी पर स्वयं अवतरित होकर अथवा अपने पुण्य अंश को भेजकर पृथ्वीवासियों को कल्याण का मार्ग दिखाया है। ईसा मसीह परमात्मा के ऐसे ही पुण्य अंश थे। उन्होंने अन्याय, अत्याचार और असभ्यता से घिरे लोगों को सत्य, सदाचार और सभ्यता के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। ईसा मसीह के पथ का अनुसरण करने वालों को ‘‘ईसाई’ कहा जाता है। ईसाई लोग ईसा मसीह के पवित्रा जन्मदिन को क्रिसमस के रूप में बड़ी धूम-धम से मनाते हैं। इस दिन विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की जाती है और लोग ‘मैरी क्रिसमस’ कहकर एक दूसरे का अभिवादन करते हैं। लोग एक दूसरे को प्रेमोपहार देते हैं और जरूरतमंदों की भरपूर सहायता की जाती है। प्रस्तुत पुस्तक में क्रिसमस से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। सरल भाषा, सजीव शैली एवं मनोहारी रंगीन चित्रों ने पुस्तक को अत्यंत रोचक बना दिया है।