‘मेरे विचार में नहीं, वरना प्रदीप के बारे में कुछ गड़बड़ हो सकती थी। लेकिन हां, उस मरने वाले अजनबी के पास ऐसी क्या चीज थी, जिसके लिए उन लोगों ने तुम्हारा रास्ता रोका?’
रंजीता ने जेब से कार्ड निकालकर कहा—
‘यह कार्ड निकला था और बस!’
-इसी उपन्यास में से