'चाणक्य' को लोग कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते है। भारत के इतिहास में अपने मार्गदर्शन से मौर्य राजवंश को खड़ा किया और आगे चलकर बिदुंसार एवं सम्राट अशोक के भी गुरु बनें। इनकी रचना अर्थशास्त्र और चाणक्य नीति आज भी प्रासांगिक है।
चाणक्य ने भारत की आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षिक और सामाजिक व्यवस्था को सुनियोजित बनाए रखने की एक उत्कृष्ट बौद्धिक परंपरा को जन्म दिया। अपनी कूटनीतियों से शत्रुओं का दमन किया और अपनी प्रतिभा से संस्कृत साहित्य को महत्त्वपूर्ण बनाया। उन्होंने त्याग और बुद्धिमत्ता से भारत का गौरव बढ़ाया और आजीवन चरित्र, स्वाभिमान और कर्तव्यनिष्ठा को प्रमुखता दी। ऐसे पुरुषशिरोमणि 'चाणक्य' की जीवनी है- आग और पानी। 'आग और पानी' सिर्फ जीवनी ही नहीं है बल्कि एक जीवंत दस्तावेज है जो चाणक्य को करीब से जानने-समझने में मदद करेगी। वे बुद्धि से तीक्ष्ण, इरादे का पक्का, प्रतिभा के धनी, दूरदर्शी व युग-निर्माता थे, उनके जीवन का एक उद्देश्य था- बुद्धिर्यस्य बलं तस्य।
'चाणक्य' को लोग कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जानते है। भारत के इतिहास में अपने मार्गदर्शन से मौर्य राजवंश को खड़ा किया और आगे चलकर बिदुंसार एवं सम्राट अशोक के भी गुरु बनें। इनकी रचना अर्थशास्त्र और चाणक्य नीति आज भी प्रासांगिक है।
चाणक्य ने भारत की आर्थिक, राजनैतिक, शैक्षिक और सामाजिक व्यवस्था को सुनियोजित बनाए रखने की एक उत्कृष्ट बौद्धिक परंपरा को जन्म दिया। अपनी कूटनीतियों से शत्रुओं का दमन किया और अपनी प्रतिभा से संस्कृत साहित्य को महत्त्वपूर्ण बनाया। उन्होंने त्याग और बुद्धिमत्ता से भारत का गौरव बढ़ाया और आजीवन चरित्र, स्वाभिमान और कर्तव्यनिष्ठा को प्रमुखता दी। ऐसे पुरुषशिरोमणि 'चाणक्य' की जीवनी है- आग और पानी। 'आग और पानी' सिर्फ जीवनी ही नहीं है बल्कि एक जीवंत दस्तावेज है जो चाणक्य को करीब से जानने-समझने में मदद करेगी। वे बुद्धि से तीक्ष्ण, इरादे का पक्का, प्रतिभा के धनी, दूरदर्शी व युग-निर्माता थे, उनके जीवन का एक उद्देश्य था- बुद्धिर्यस्य बलं तस्य।