पूजाश्री की प्रस्तुत संग्रह की कहानियां इस बात की साक्षी है कि कविताओं की भांति ही उनके गद्य विधा को भी संभाल ले जाने की क्षमता. है । वस्तुतः दूसरों के दुःखों. कष्टों को महसूस करने वाला संवेदनशील हृदय ही दैनंदिन जीवन की इन सूक्ष्म अनुभूतियों को अभिव्यक्त कर सकता है । पूजाश्री के पास यह पूंजी प्रभूत है । छोटी-छोटी मार्मिक घटनाएं उन्हें विचलित और उद्विग्न करती है । जीवन के संयोग दुर्योग और विसंगतियों से उनकी कहानियां भरपूर हैं ।