इस पुस्तक में नेटवर्क मार्केटिंग के संबंध में लोगों की भ्रांतियों और शंकाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई है । लोग अपना भविष्य किसी गलत नेटवर्क कंपनी से जुड़कर बरबाद न कर बैठे, इसलिये नेटवर्क कंपनी के चुनाव पर भी एक निष्पक्ष और विशिष्ट अध्याय शामिल किया गया है ।
इस पुस्तक को पढ़कर मुझे ऐसा लगता है कि कहीं मैंने एक ही किताब में जरूरत से ज्यादा जानकारी तो नहीं दे दी । खैर इतना तो जरूर है कि इस पुस्तक को लिखने में मुझे बेहद आत्मसंतुष्टि हुई ।