भावनात्मक बुद्धिमत्ता क्या होती है, कैसी होती है और किस प्रकार इसके विभिन्न घटक आपस में जुड़े रहते हैं? अन्य अवधारणाओं और इसमें क्या फर्क है? भावनात्मक बुद्धिमत्ता में कैसे और क्या सुधार लाने संभव हैं जिससे व्यक्तिगत, सामूहिक या पूरे संस्थान का कार्य-निष्पादन ज्यादा लाभकारी ढंग से हो सके? इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस संवर्द्धित एवं पुन: शोधित पुस्तक में मिल जाएंगे। इस संस्करण का एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य भावनात्मक बुद्धिमत्ता को संस्थानों में सही प्रकार से लागू करने की विधियों पर उच्च गुणवत्ता वाला शोध प्रारंभ करवाना भी है। इस उद्देश्य की प्राप्ति और शोध को उच्च स्तरीय बनाने हेतु इस संस्करण में भावनात्मक लब्धि के व्यावहारिक प्रयोग भी शामिल किए गए हैं।