इस पुस्तक में हमने सुनीता की ‘धरती से अंतरिक्ष’ तक की यात्रा के अनुभवों को संजोया है। चूँकि उनके विषय में अधिक प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध नहीं थी अतः हमें समाचारपत्रों व वेबसाईटों तथा अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर ही अनुभवों को कथाक्रम में पिरोया व पुस्तकाकार दिया। हम उन सभी स्रोतों के आभारी हैं, जिन्होंने प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से हमारी सहायता की।