यह कहानी संग्रह मीनू त्रिपाठी की लेखन शैली की विशिष्टता का प्रमाण है जहाँ कौतूहल पैदा करने वाली घटनाएँ हैं, सामाजिक जीवन के मुहावरे हैं, बाह्य और अन्तरंग परिवेश के वार्तालाप हैं और अंग्रेजी भाषा के शब्दों का भी प्रयोग है जो सामान्य पाठक को कथानक से बाँ/ो रख कहानियों को रोचकता प्रदान करते हैं । पारिवारिक जीवन की सामान्य पृष्ठभूमि से समस्याओं या घटनाओं को उठा कर उन्हें नयेपन से जोड़ना मीनू जी की अभिव्यक्ति की सार्थकता है ।