यह मेरा सौभाग्य कि यह पुस्तक आपके द्वारा पढ़ी जा रही है। "दो कदम सफलता की ओर।" एक ऐसी प्रेरणा जो जिन्दगी की हर मुसीबतों से लड़कर जिन्दगी जीने और सिर्फ आगे बढ़ने की सीख देती है, और यह बताती है कि जिन्दगी के हर हालातों में हम कैसे अपने उद्देश्य की ओर केन्द्रित रहे या एकाग्रता बना सके ।
सारी परीक्षाओं में पास होना इसलिए जरूरी नहीं कि हम जिन्दगी के हर सवालों का जवाब पा सकेंगे बल्कि इसलिए कि तभी हम जान पायेंगे कि हमारी अगली परीक्षा के सवाल कैसे होंगे ?
हम अक्सर उनके बारे में पढ़ना चाहते है जिसे हम कहीं ना कहीं जानते है, हम उनके बारे में सुनना या जानना चाहते है जिन्होंने कुछ बड़ा काम किया हो जैसे - प्राइम-मिनिस्टर, वैज्ञानिक, हीरो, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर....। हम कभी उनके बारे में कोई इंट्रस्ट नहीं जताते जो छोटा काम करके हमें प्रेरित करते है और हमारे बीच ही रह जाते है। बस दो कदम सफलता की ओर ! एक ऐसी ही कहानी जो आपको कहीं ना कहीं जरूर प्रेरित करेगी।
यह मेरा सौभाग्य कि यह पुस्तक आपके द्वारा पढ़ी जा रही है। "दो कदम सफलता की ओर।" एक ऐसी प्रेरणा जो जिन्दगी की हर मुसीबतों से लड़कर जिन्दगी जीने और सिर्फ आगे बढ़ने की सीख देती है, और यह बताती है कि जिन्दगी के हर हालातों में हम कैसे अपने उद्देश्य की ओर केन्द्रित रहे या एकाग्रता बना सके ।
सारी परीक्षाओं में पास होना इसलिए जरूरी नहीं कि हम जिन्दगी के हर सवालों का जवाब पा सकेंगे बल्कि इसलिए कि तभी हम जान पायेंगे कि हमारी अगली परीक्षा के सवाल कैसे होंगे ?
हम अक्सर उनके बारे में पढ़ना चाहते है जिसे हम कहीं ना कहीं जानते है, हम उनके बारे में सुनना या जानना चाहते है जिन्होंने कुछ बड़ा काम किया हो जैसे - प्राइम-मिनिस्टर, वैज्ञानिक, हीरो, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर....। हम कभी उनके बारे में कोई इंट्रस्ट नहीं जताते जो छोटा काम करके हमें प्रेरित करते है और हमारे बीच ही रह जाते है। बस दो कदम सफलता की ओर ! एक ऐसी ही कहानी जो आपको कहीं ना कहीं जरूर प्रेरित करेगी।