‘जवानी’ को प्रायः कामशक्ति (सेक्स पावर) का पर्याय कहा जाता है- जैसेजैसे जवानी ढलती है, वैसेवैसे कामशक्ति में भी कमी आने लगती है। जवानी का जोश ठंडा पड़ने लगता है, पहले जैसी उत्तेजना नहीं रहती- इंद्रियां शिथिल पड़ने लगती हैं।ढलती उम्र में ऐसी ही तमाम यौन समस्याएं पैदा हो जाती हैं, जिन के सहज समाधान आप के पास नहीं होते और आप संकोचवश चिकित्सक आदि से भी उन पर विस्तारपूर्वक विचारविमर्श नहीं कर पाते। नतीजतन यौन संबंधों में शिथिलता आ जाती है।प्रौढ़ावस्था की ऐसी ही अकथनीय विभिन्न यौन समस्याओं का एकांत समाधान करती है यह पुस्तक ‘ढलती आयु में सेक्स’, जिसे पढ़ कर आप ढलती आयु में सहज ही अपना यौन जीवन स्वस्थ और आनंदमय बना सकते हैं।