मनुष्य का व्यक्तित्व उसके विचारों का दर्पण होता है। आज के भौतिकवादी युग में आगे बढ़ते हुए हम अपने मूल विचारों को जैसे कहीं पीछे भूल आए हैं। खासतौर पर आजकल की पीढ़ी को अच्छे विचारों और सिद्धांतों से अवगत कराना नितान्त आवश्यक है। यह पुस्तक ‘अनमोल दोहे और रिम्पी की कहानियाँ’ महान संत रहीम और कबीरदास के दोहों पर आधारित काल्पनिक कहानियों का संकलन है। इन संत कवियों द्वारा लिखा गया एक-एक दोहा आज भी हमारे जीवन का मार्ग प्रसस्त करता है। इस कृति में कबीरदास और रहीम की रचनाओं में से चुने गए पच्चीस लोकप्रिय दोहों पर आधारित रोचक कहानियाँ संकलित हैं। वैसे तो यह पुस्तक सभी आयु वर्ग के पाठकों के लिए उपयोगी है पर इस संकलन का मुख्य उद्देश्य है हमारे नौनिहालों को जीवन के नैतिक मूल्यों से रूबरू कराना ताकि उनका स्र्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके। इसी को ध्यान में रखते हुए पुस्तक को सरल भाषा में कलमबद्ध किया गया है। सच्ची मित्रता, ज्ञान का मोल, कुसंगति का असर इत्यादि कई ऐसी रचनाएं हैं, जिन्हें पढ़कर पाठक को अच्छे विचारों के मोल का अनुभव होता है और सरल एवं सदुपयोगी जीवन जीने की प्रेरणा मिलती है। मुझे पूरा विश्वास है कि पाठकों को यह पुस्तक बहुत पसंद आयेगी। आपके किसी भी सुझाव को हम स्वागत करते हैं।