Iqbal and Nafees are off to a small village in Madhya Pradesh to meet Nafees's ailing uncle. When they reach, they meet his ghost-like servant, who tells them that his uncle has left for somewhere; and then starts a tale of black magic, horror and suspense which is blended with the unstoppable comedy by Iqbal and Nafees. नफ़ीस अपने बीमार चचा से मिलने इक़बाल के साथ मध्य प्रदेश के एक गांव सोहनपुर जाता है. नफ़ीस के चचा लियाकत खान एक पुराने महल में रहा करते थे, जब दोनों वहां पहुँचते हैं तो उन्हें मिलता है एक भूत जैसी शक्ल वाला नौकर- 'ड्राकुला'. उसके बाद शुरू होती है खौफ, काला-जादू और रहस्य से भरी एक दास्तान जिसमे इक़बाल और नफ़ीस की कभी न रुकने वाली कॉमेडी शामिल है.