hum hamara desh
hum hamara desh

hum hamara desh

  • Sat Jul 09, 2016
  • Price : 59.00
  • Rigi Publication
  • Language - Hindi
This is an e-magazine. Download App & Read offline on any device.

Preview

हम हमारा देश' कविता संग्रह में श्री कृष्ण गोपल चतुर्वेदी ने मानव-मूल्यों एवं भावात्मक विभिन्न पहलुओं का चित्रण किया है। कवि ने सामाजिक व साम्प्रदायिक कुरीतियों के निवारण के लिए मानव-भाव निरूपित करने का सफल प्रयास किया है। इसके साथ ही अपनी कविताओं में देश को राष्ट्रीय एकता में बांधने के उद्देश्य से समुचित समय पर उचित मूल्यों का दिग्दर्शन कराते हुए, देश की गौरव गरिमा का भी वर्णन किया है। इस पुस्तक का जो भी अध्ययन करेगा, उसे बौद्धिक लाभ ही होगा। इस पुस्तक के रचियता श्री कृष्ण गोपाल चतुर्वेदी को मैं शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की मंगल कामना करता हूं।   - राजकमल राव  अपर मण्डल रेल प्रबंधक, परिचालन  झाँसी, उत्तर प्रदेश