आज के इस आधुनिक भौतिक युग में इंसान ने अपनी सुख सुविधाओं के लिये तो बहुत सारे साधन एकत्र कर लिये हैं, फिर भी हर इंसान किसी न किसी समस्या से ग्रस्त है। हर कोई इस प्रयास में लगा है कि कैसे अपनी कामनाओं की पूर्ति कर हम सुखी हो जायें।आज हम सब सुख और शान्ति को खोजते खोजते झूठे आडम्बरों में में फँस गये हैं। कोई भी थोड़ा चमत्कार दिखाकर आसानी से हमें अपने जाल में फँसा लेता है और जब असफलता हाथ लगती है तब हम पछताते हैं, इसलिये हमें चाहिये कि अपने शास्त्रों का सहारा लें। रामचरितमानस की एक एक चौपाई महामंत्र है। इन चौपाइयों को थोड़े से अभ्यास से कोई भी व्यक्ति बड़ी सरलता पूर्वक पढ़ सकता है इन चौपाइयों व दोहों के माध्यम से आप अपनी कामनाआं की पूर्ति सहज रूप से कर सकते हैं।हमलोग अपने मार्ग से भटके नहीं और रामचरितमानस व श्री हनुमान जी महाराज की उपासना करके हम अपने जीवन के कष्टों का निवारण स्वयं कर सकें, इसलिये इस पुस्तक का संकलन किया गया है। जिसकी सहायता से ना सिर्फ भौतिक कष्टों से जूझ रहे व्यक्तियों को अपने दुखों से निजात मिलेगी वरन जो साधक लोग भक्त लोग परमात्मा तक पहुंचना चाहते हैं, साधना की परम उंचाईयों को छूना चाहते हैं, उन्हें भी सही दिशा का ज्ञान होगा।